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Friday 4 May 2018

Disaster Management Minister Dinesh Chandra Yadav Said Information Of Deaths Was Wrong - मंत्री के दावे से बिहार बस हादसे की गुत्थी उलझी, बोले- किसी की नहीं हुई मौत

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मोतीहारी
Updated Fri, 04 May 2018 02:03 PM IST



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बिहार के समस्तीपुर से दिल्ली आ रही बस दुर्घटना में किसी यात्री की मौत नहीं हुई है। ये कहना है कि आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव का। उन्होंने कहा कि बस में 13 लोगों की बुकिंग थी। घटना के बाद  8 लोगों को प्रशासन द्वारा अस्पताल ले जाया गया, बाकी 5 के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि यह भी हो सकता है कि वे खुद ही घटनास्थल से चले गए हों।



बता दें कि इससे पहले मंत्री ने 27 लोगों के जिंदा जलने की बात को स्वीकार किया था। अपने बयान पर आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा कि मरने वाले लोगों के बारे में जो सूचना दी गई थी वह गलत थी। उन्होंने कहा कि हां मैंने कहा था कि 27 लोगों की मौत हो गई है। वह जानकारी स्थानीय सूत्रों के आधार पर दी गई थी लेकिन मैंने यह भी कहा था कि फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही आंकड़ा बताएंगे। बता दें कि बस में 32 लोगों ने बुकिंग कराई थी, लेकिन 13 लोग बस में सवार थे और बाकी लोग आगे गोपालगंज में सवार होने वाले थे। हादसे में बचाए गए यात्रियों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था। जानकारी के अनुसार बस बिना परमिट के चलाई जा रही थी। बस मालिक का नाम सरोज सिंह है जोकि फिलहाल फरार है।

हादसे के संबंध में जानकारी देते हुए घायल यात्री संजीव कुमार ने बताया था कि कोटवा के पास अचानक एक मोटरसाइकिल सड़क पर आ गई थी। उसे बचाने के चक्कर बस चालक ने बस पर से नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद बस पलट गई और जब तक कोई कुछ समझ पाता बस में आग लग गई थी। इसके बाद पास के खेत में काम करने वाले किसानों ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और छह लोगों को बचाने में कामयाब रहे। बाकी के लोग आग फैलने की वजह से बचाए नहीं जा सके।


 

परिवहन विभाग के एक कार्यक्रम के दौरान जैसे ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस दर्दनाक हादसे को लेकर जानकारी मिली थी उन्होंने अपने संबोधन के बीच ही में एक मिनट का मौन रखा और राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख का मुआवजा देने की घोषणा की थी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा था कि मोतिहारी में मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही बस दुर्घटना में लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद। दुर्घटना में मृत बिहार के लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी तथा घायलों के समुचित इलाज का निर्देश दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए लिखा था कि मेरी संवेदानाएं उन लोगों के प्रति हैं जिन्होंने मोतीहारी बस हादसे में अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं प्रार्थना करुंगा कि घायल हुए लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे।

बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लिखा कि चंपारण में हुए बस हादसे से दुखी हूं। मरने वालों की संख्या 24 या उससे ज़्यादा हो सकती है। ये बस दिल्ली जा रही थी। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी अपनी संवेदनाए प्रकट करते हुए लिखा कि बिहार में मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही बस पलटने और उसमें आग लगने से हुई 27 लोगों की मौत से दुःखी हूं। मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। भगवान प्रभावित परिवारों को इस दुखद घटना से उभरने की शक्ति प्रदान करें।



बिहार के समस्तीपुर से दिल्ली आ रही बस दुर्घटना में किसी यात्री की मौत नहीं हुई है। ये कहना है कि आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव का। उन्होंने कहा कि बस में 13 लोगों की बुकिंग थी। घटना के बाद  8 लोगों को प्रशासन द्वारा अस्पताल ले जाया गया, बाकी 5 के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि यह भी हो सकता है कि वे खुद ही घटनास्थल से चले गए हों।





बता दें कि इससे पहले मंत्री ने 27 लोगों के जिंदा जलने की बात को स्वीकार किया था। अपने बयान पर आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा कि मरने वाले लोगों के बारे में जो सूचना दी गई थी वह गलत थी। उन्होंने कहा कि हां मैंने कहा था कि 27 लोगों की मौत हो गई है। वह जानकारी स्थानीय सूत्रों के आधार पर दी गई थी लेकिन मैंने यह भी कहा था कि फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही आंकड़ा बताएंगे। बता दें कि बस में 32 लोगों ने बुकिंग कराई थी, लेकिन 13 लोग बस में सवार थे और बाकी लोग आगे गोपालगंज में सवार होने वाले थे। हादसे में बचाए गए यात्रियों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था। जानकारी के अनुसार बस बिना परमिट के चलाई जा रही थी। बस मालिक का नाम सरोज सिंह है जोकि फिलहाल फरार है।

हादसे के संबंध में जानकारी देते हुए घायल यात्री संजीव कुमार ने बताया था कि कोटवा के पास अचानक एक मोटरसाइकिल सड़क पर आ गई थी। उसे बचाने के चक्कर बस चालक ने बस पर से नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद बस पलट गई और जब तक कोई कुछ समझ पाता बस में आग लग गई थी। इसके बाद पास के खेत में काम करने वाले किसानों ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और छह लोगों को बचाने में कामयाब रहे। बाकी के लोग आग फैलने की वजह से बचाए नहीं जा सके।


 

 








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